Thursday, 3 September 2020

विभिन्न बेरोजगार छात्र संगठनों द्वारा बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री निवास पर उग्र आंदोलन।

बेरोजगार करे पुकार रोजगार दो मामा अबकी बार।


रोजगार नहीं तो वोट नहीं


भोपाल। मध्यप्रदेश में बेरोजगार की बाढ़ आने लगी है, पिछले कई सालों से मध्यप्रदेश शासन द्वारा किसी भी विभाग में भर्ती न करने पर बेरोजगार छात्र छात्राओं में आक्रोश पैदा हो गया। तो विभिन्न कोचिंग संस्थानों पर भर्ती की तैयारी कर रहे हैं कई छात्र-छात्राओं की उम्र निकल जाने से भर्ती से वंचित हो गए। ऐसा ही हाल मध्यप्रदेश शासन में देखने को मिल रहा है जहां एक ओर तो सरकार बड़े बड़े वादे कर रही है, तो वहीं रोजगार की बात करें तो पकोड़े तलने की सलाह दे रही है। पिछले 3 सालों में ना तो एमपीपीएससी, एमपी पुलिस, एसआई ,वनरक्षक आदि विभिन्न विभागों के पदों पर बड़े स्तर पर कोई भी भर्ती नहीं खुली। जिसके चलते युवक युवतियां घर बैठे ही उम्र दराज हो गए। ऐसे में कई गरीब छात्र छात्राएं कंपटीशन की तैयारी बड़े कोचिंग सेंटरों पर मोटी रकम देकर कर रहे हैं, जिसका खामियाजा उन्हें मध्य प्रदेश सरकार में भर्ती न खुलने पर अपनी जान देकर चुकाना पड़ रहा है। पिछले 3 सालों में रोजगार की अपेक्षा आत्महत्याओं का आंकड़ा बढ़ गया।जिसके चलते विभिन्न बेरोजगार छात्र संगठनों द्वारा बड़ी संख्या में 4 सितंबर को भोपाल मुख्यमंत्री निवास पर उग्र आंदोलन कर रोजगार की मांग करेंगे। जो भोपाल पहुंचने में असमर्थ हैं, वहां विभिन्न बेरोजगार छात्र संगठनों के साथ अपने स्तर पर मुख्यमंत्री के नाम अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर। आंदोलन का हिस्सा बनेंगे, वर्तमान सरकार रोजगार को लेकर चेतावनी भी देंगे। इस समय मध्य प्रदेश के समस्त जिलो मैं बेरोजगार संगठन द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। कहीं ना कहीं वर्तमान सरकार रोजगार के मामले में विफल रही है। मध्य प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया इसी को लेकर विभिन्न बेरोजगार छात्र संगठनों द्वारा बड़ी संख्या में उग्र आंदोलन किया जाएगा।


No comments:

Post a Comment