मध्य प्रदेश/ सीहोर/ जामली - शाम को एक तरफ डूबता सूर्य तो दूसरी तरफ उगता शनि होगा। सारिका घारू
82 चंद्रमा वाला सनी का सामना आज अमावस्य में बिना चंद्रमा वाली से सारिका सौरमंडल का छठवां ग्रह शनि पृथ्वी के सीध में आ रहा है, आज 20:00 21 जुलाई की मध्य रात्रि 3:44 पर शनि और पृथ्वी और सूर्य एक सिद्ध में आ जाएगे, 1 सप्ताह में ग्रहों की पृथ्वी की सीध में आने की दुर्लभ खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए सरिका घारू ने बताया कि पृथ्वी का शनि और सूर्य के बीच में रहते हुए एक शोध में आने की यह घटना से टर्न 8 कोशिश अपोजिशन कहलाती है। विज्ञान प्रसार अधिकारी ने बताया कि आवश्यक होने से पृथ्वी का चंद्रमा सूर्य की तरफ होने से सारी रात नहीं दिखाई देगा। वही सामना कर रहा 82 चंद्रमा शनि से होगा। शनि के 53 चंद्रमा की पुष्टि हो चुकी है, इसके साथ 29 अन्य की पुष्टि की जा रही है,आ पोजीशन की स्थिति में इस साल के लिए शनि की पृथ्वी से दूरी सबसे कम होगी। कोरी आंखों से तो यह तारे के रूप में दिखाई देगा। लेकिन टेलिस्कोप से यहां अन्य अच्छे वाइनर कूलर से स्केरिंग बहुत अच्छे से देखे जा सकेंगे सारिका ने बताया कि 149 करोड़ 70 लाख किलोमीटर की दूरी पर परिक्रमा करता है, यह सूर्य से इतना दूर है कि सूर्य के प्रकाश को सैनी तक पहुंचने में 83 मिनट का समय लगता है, सनी इतना विशाल है कि इसके ठोस धरातल नहीं ब्याज पर रखने के लिए पृथ्वी की जरूरत होती है। शनि का एक दिन लगभग 11 घंटे के बराबर है, इसका एक साल पृथ्वी के 29 सालों से कुछ अधिक है हाइड्रोजन एवं हीलियम से बने इस गाने बताएं के कारण मनमोहक दिखाएं की जानकारी लेने नासा के स्ट्रिप क्लब फाइनल ईयर 11th था वैसा वन एवं टू के पास से निकल चुके हैं। 2004 से 2017 तक इसकी 294 परिक्रमा का डाटा एकत्र करने के बाद 2 टन को केसिनी इस में समा गया सनी से अब अगला सामना 2 अगस्त 2021 को होगा।
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