Sunday, 2 February 2020

भोपाल .गर्मियों में कोलार अौर केरवा डैम से पानी की सप्लाई बढ़ाने की तैयारी शुरू हो गई है। मार्च से बैरागढ़ और पुराने शहर के इलाकों के 5 लाख लोगों को रोजाना पानी सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए वाटर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम को ठीक किया जाएगा। अधूरी पड़ी टंकियों का निर्माण पूरा होगा, ताकि पीने के पानी के लिए लोगों को टैंकर के भरोसे न रहना पड़े। पुराने शहर में रह रहे लगभग पांच लाख लोगों के लिए सालाना 24 अरब लीटर पानी की जरूरत है। वर्तमान में कोलार से 61.32 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी सप्लाई किया जा रहा है। गर्मियों में यहां से 81.32 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी लिया जाएगा। यह फैसला संभागायुक्त दफ्तर में शहर की मूलभूत सुविधाओं को लेकर हुई बैठक में लिया गया। इसमें संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने नगर निगम कमिश्नर बी विजय दत्ता से कहा कि बारिश अच्छी होने से सारे डैम भरे हुए हैं, इसलिए गर्मियों की शुरुआत से ही लोगों को रोजाना पानी की सप्लाई की जाए। इस पर दत्ता ने कहा कि केरवा डैम से वर्तमान में 5 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी सप्लाई किया जा रहा है। इसे बढ़ाकर 8.4 मिलियन क्यूबिक मीटर किया जाएगा। यानी यहां से 3.4 मिलियन क्यूबिक मीटर ज्यादा पीने का पानी सप्लाई किया जाएगा। वर्तमान में कोलार से साढ़े सात लाख अौर केरवा से 80 हजार से ज्यादा की आबादी को पानी सप्लाई किया जा रहा है। कोलार से 7.50 लाख, केरवा से 80 हजार से ज्यादा आबादी को मिल रहा पानी कोलार डैम -कोलार डैम से अभी पीएंडटी काॅलोनी, जवाहर चौक, जनता क्वार्टर, गुलमोहर, पारस सिटी, अरेरा कॉलोनी ई-1 से ई-7, रेलवे कॉलोनी, 1100 क्वार्टर, चार इमली, शिवाजी नगर, तुलसी नगर, पंचशील नगर, बुधवारा, इमामीगेट, पीरगेट, फतेहगढ़, शास्त्री नगर, सरस्वती नगर, त्रिलंगा, जेपी नगर, काजी कैंप समेत पुराने शहर के ज्यादातर इलाकों में पानी सप्लाई किया जाता है। वर्तमान में कोलार डैम से करीब 7 लाख की आबादी को पानी सप्लाई किया जा रहा है। केरवा डैम -वर्तमान में केरवा डैम से 5 एमसीएम पानी की सप्लाई हो रही है, इसे बढ़ाकर 8.41 एमसीएम किया जा रहा है, यानी 3.4 पानी की सप्लाई बढ़ाई जाएगी। इसके बाद डीके 3, 5 काॅलाेनी, सुमित्रा परिसर, गरीब नगर, अाेम नगर, पुलिस काॅलाेनी, बैरागढ़ चीचली, सलैया क्षेत्र, रत्नपुर, गाेडारी, हनुमंत नरेला, हिनोतिया, साेहागपुर, सेमरीकलां, पिपलिया केशर, इनायतपुर, रसूलिया, गाैरव नगर, दौलतपुर आदि इलाकों में पानी सप्लाई किया जा सकेगा। 31 मार्च तक सीवेज ट्रीटमेंट प्लॉट तैयार करने के निर्देश : तालाबों में सीवेज रोकने के लिए 31 मार्च 2020 तक निर्माणाधीन 9 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। निगम कमिश्नर ने कहा कि कुछ जगह पर जमीनों का पजेशन मिला है, इसके बाद यहां पर नए प्लॉट बनाने काम पूरा कर लिया जाएगा। संभागायुक्त ने कहा कि वर्तमान में नालों में लगी जालियों के फोटोग्राफ जियोटेक करके प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को दिए जाएं। शहर की बड़े झीलों व वाटर बॉडीस में मिल रहे सीवेज नालों पर शत-प्रतिशत सॉलिड वेस्ड टैपिंग लगाए जाएं। यह भी निर्णय...बीडीए कॉलोनियों को जल्द हैंडओवर करें बैठक में बीडीए की कॉलोनियों को नगर निगम को हैंडओवर होने की कार्रवाई पूरी करने के निर्देश संभागायुक्त ने दिए हैं। एबीसी सेंटर खोले जाएंगे आवारा कुत्तों के सर्वे के लिए निजी एजेंसी से सर्वे कराया जाएगा। नगर निगम के अफसरों ने कहा कि कुत्तों के लिए 3 फीडिंग और 2 एबीसी सेंटर का निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में है। नीलबड़ में 150 डॉग के लिए अतिरिक्त शेड बनाया गया है। खस्ताहाल सड़कों का काम समय पर करें शहर के जिन इलाकों में सड़कें खस्ताहाल हैं, वहां पर नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और सीपीए मिलकर काम पूरा करें। इसकी रिपोर्ट अगली बैठक में दें।


  • गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर तक सड़क के एक ओर होगा फ्लाईओवर, दूसरी तरफ मेट्रो और बीच में रहेगा कॉरिडोर

  • पीडब्ल्यूडी एक-दो दिन में नगर निगम और बीसीएलएल के अफसरों को सौंप देगा कॉरिडोर को लेकर बनाई ड्रॉइंग

    भोपाल .गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर तक सड़क के एक तरफ फ्लाईओवर और दूसरी तरफ मेट्रो ट्रेन होगी और बीच में होगा बीआरटीएस। केवल गणेश मंदिर से नर्मदा अस्पताल के मोड़ तक 400 मीटर के हिस्से में बीआरटीएस दो भागों में बंटेगा। इसकी वजह गणेश मंदिर के सामने ब्रिज के अंतिम बिंदु पर यह सड़क के बीच में होगा ताकि हबीबगंज आरओबी से आने वाला ट्रैफिक सीधे ब्रिज पर आ जाए।



    पीडब्ल्यूडी ने ब्रिज की ड्राइंग को अंतिम रूप दे दिया है। शनिवार को नगरीय आवास एवं विकास विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने मेट्रो रेल कंपनी, पीडब्ल्यूडी, भोपाल सिटीलिंक लिमिटेड और नगर निगम के अफसरों को बुलाया था। उन्होंने पूरे प्लान और ट्रैफिक डायवर्जन को लेकर चर्चा की। दुबे ने पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों को कहा कि वे 400 मीटर के हिस्से में कॉरिडोर कैसे बनेगा, इसकी ड्राइंग बना कर नगर निगम और बीसीएलएल के अफसरों को सौंप दें। पीडब्ल्यूडी एक- दो दिन में यह ड्राइंग तैयार करके सौंप देगा। इसके बाद ब्रिज के कंस्ट्रक्शन के टेंडर जारी किए जाएंगे।


    अलाइनमेंट क्रॉस नहीं करे, इसका भी रखेंगे ध्यान



    • 1800 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण गायत्री मंदिर तक किया गया था स्वीकृत।

    • 140 करोड़ रुपए में हो जाएगा पूरा निर्माण। 

    • 10 मीटर ऊपर होगा फ्लायओवर जमीन से।

    • 13  मीटर ऊपर होगा जमीन से मेट्रो का ट्रैक।


    भोपाल हाट की तरफ होगा एक आर्म... ब्रिज की एक आर्म भोपाल हाट की तरफ उतरेगी। सामने की तरफ मेट्रो का स्टेशन भी होगा। ऐसे में गुरुदेव गुप्त चौराहे का ट्रैफिक बदल जाएगा। फ्लायओवर जमीन से 10 मीटर ऊपर होगा और मेट्रो 13 मीटर ऊपर होगी। दोनों का अलाइनमेंट कहीं क्रॉस नहीं करे इसके लिए जनरल अरेंजमेंट ड्राइंग तैयार है। जल्द ही इसके टेंडर जारी हो जाएंगे। ब्रिज के निर्माण में दो वर्ष से अधिक का समय लगने की संभावना है।


    ढाई किमी लंबा होगा फ्लाईओवर
    केंद्र सरकार ने सेंट्रल रोड फंड (सीआरएफ) से मानसरोवर काॅम्प्लेक्स से गायत्री मंदिर तक 1800 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण स्वीकृत किया था। ब्रिज के लिए किए गए सर्वे के दौरान यह बात सामने आई कि हबीबगंज स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने का काम चल रहा है। ब्रिज बनने तक यह काम भी पूरा हो जाएगा। ऐसे में बढ़ने वाले ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए हबीबगंज स्टेशन के आगे गणेश मंदिर के पास से फ्लायओवर बनाने का निर्णय लिया गया। पीडब्ल्यूडी के अफसरों के अनुसार 700 मीटर की इस बढ़ी हुई लंबाई को भी केंद्र द्वारा स्वीकृत 140 करोड़ में ही पूरा किया जाएगा। अब फ्लायओवर 2500 मीटर यानी ढाई किमी का बनेगा।




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