Sunday, 16 February 2020

28 दिन में रीडिंग हुई तो 140 और 36 दिन में रीडिंग हुई तो 180 यूनिट बिजली खपत पर सब्सिडी मिलेगी


  • इंदिरा ग्रह ज्योति योजना के तहत कम बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी जा रही है

  • इसमें रीडिंग का गणित सबसे खास, पांच यूनिट रोजाना औसत खपत वालों को ही फायदा

    भोपाल . इंदिरा ग्रह ज्योति योजना के तहत कम बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी जा रही है। इसमें रीडिंग का गणित सबसे खास है। यदि किसी क्षेत्र में 28वें दिन ही रीडिंग हो गई तो उपभोक्ता को 140 यूनिट खपत पर सब्सिडी मिलेगी। यदि रीडिंग देरी से यानी 36वें दिन हुई तो 180 यूनिट खपत पर भी सब्सिडी दी जाएगी। शर्त यह है कि 30 दिन में औसत खपत 5 यूनिट रोजाना होना चाहिए।



    कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2019- 20 के रिटेल सप्लाई टैरिफ में इसके बारे में प्रावधान है। रीडिंग साइकिल क्षेत्रवार जारी रहती है, इसलिए इसकी समयावधि दो दिन कम या छह दिन अधिक भी हो जाए तो इस पर असर नहीं होता। पांच यूनिट रोजाना बिजली खपत वाले उपभोक्ताअों को 28 से 36 दिन तक इसका फायदा मिलता है।


    140 यूनिट खपत का सब्सिडी का पूरा गणित





























     शुरुआती 100 यूनिट खपत पर    100 रु.
     
     अगली 40 यूनिट पर दूसरे स्लैब (51 
    से 150 यूनिट) यानी
    4.95 रु. प्रति यूनिट 
    की सामान्य दर से    198 रु. 
     
    खपत पर 12 फीसदी ड्यूटी     47.76 रु.
     
     फिक्स चार्ज     100 रु. 
     
     मीटर किराया      10 रु.
     
     30 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल कास्ट     

    42 रु. 









     बिल की कुल राशि    497.76 रु.

    यहां यह ध्यान रखें- कंपनी के मुताबिक 100 यूनिट खपत के बावजूद जिनके बिल 100 रु. से कम आ रहे हैं, उनकी सुरक्षा निधि पर मिल रहे एक फीसदी ब्याज की राशि घटाई जा रही है। इसीलिए उन्हें 100 रुपए से कम राशि के बिल मिल रहे हैं।



    • 467.55 रु.  100 यूनिट का बिल

    • 367.55 रु. की सब्सिडी

    • सिर्फ बिजली खपत यानी एनर्जी चार्ज के ही 467.55 रु. में से 100 रुपए तक ही अापसे लिए जा रहे हैं।


    सैकड़ों उपभोक्ताओं को मिल रहा है इसका फायदा
    साॅफ्टवेयर में ही यह प्रावधान है कि रीडिंग चाहे 28 दिन में हो या 36 दिन में। बिजली खपत का अौसत पांच यूनिट रोजाना अाना चाहिए। सैकड़ों उपभोक्ताओं को इसका फायदा मिल रहा है।
    - मनीष सिंह, एमडी, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी





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