- मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा- प्रदेश के सभी अस्पतालों में कोरोना वायरस को लेकर विशेष इंतजाम करने के निर्देश जारी किए है
- चीन के शियान, हंजू शहर में फंसे विद्यार्थी, वीडियो कॉलिंग से लौटने का दिलासा दे रहे परिजन
खरगोन. चीन में कोरोना वायरस महामारी का रूप लेता जा रहा है। इसके चलते चीन के शियान हुबेई प्राविंस व हूंजा शहर में खरगोन जिले के तीन विद्यार्थी फंसे हैं। विद्यार्थियों व उनके परिजन का बुरा हाल है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री कमलनाथ से कोरोनो वायरस से बचाने की मांग की है। इस पर मप्र के स्वास्थ्य मंत्री और गृहमंत्री ने विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री से चर्चा करने का आश्वासन दिया है।वहीं मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि हम विदेश मंत्रालय से अनुरोध करेंगे कि तत्काल इन छात्रों की सुरक्षित वापसी के इंतजाम किए जाए।
जानकारी के अनुसार खरगोन के शुभम गुप्ता (21) व गोगावां के मतीन खान (21) दो साल से चीन के शियान हुबेई प्राविंस में पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि गोगावां के ही रोहित राकेश नायर (21) हंजू में फंसा है। तीनों छात्रों द्वारा अपने परिजनों से संपर्क कर वहां की जानकारी दी जा रही है। छात्रों के परिजनों का कहना है कि हमें दो फिक्र सता रही है। पहली कि हमारे बच्चों को वायरस का संक्रमण नहीं हो पाए। दूसरी यह कि जल्दी से केन्द्रसरकार व दूतावास उन्हें भारत लेकर आए।
शुभम की मां मनीषा, पिता संतोष व दादा रमेश गुप्ता ने कहा कि दो साल से वह पढ़ाई कर रहा था। एक सप्ताह से बीमारी के कारण शुभम कमरे में बंद है। उससे लगातार वीडियो कॉलिंग से बात हो रही है पिछले माह 12 दिसंबर को चीन से लौटे हूमा खान, कृतिका रघुवंशी व रूपेश गुप्ता ने बताया कि हमारे कई साथी फंसे हैं। उनसे लगातार वीडियो कॉलिंग से बात होती है। वह डरे हैं। उनका कहना है कि यहां से जिंदा लौटेंगे पता नहीं।
बच्चों को खाने-पीने की व्यवस्था करे सरकार
गोगावां के मतीन के पिता सलीम खान व रोहित के पिता राकेश नायर ने बताया भारत सरकार हस्तक्षेप कर बच्चों को खाना सहित अन्य व्यवस्थाएं कराए। उन्हें जल्दी भारत लाएं। 15 जनवरी को रोहित बैंगलुरु कॉलेज से होटल मैनेजमेंट के 6 माह की इंटर्नशीप के लिए हंजू गया है। अभी हंजू में बीमारी नहीं आई है। कंसलटेंसी टीम से बात की है। 31 जनवरी के टिकट को कहा है।मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट, कहा- विदेश मंत्रालय से करेंगे चर्चा
मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा कि खरगोन जिले के तीन छात्रों के चीन में फंसे होने व मदद मांगने की जानकारी मिली है। हम विदेश मंत्रालय से शुक्रवार को अनुरोध करेंगे कि तत्काल इन छात्रों की सुरक्षित वापसी के इंतजाम हो। चीन में कोरोना वाइरस के संक्रमण को देखते हुए इनके अलावा अन्य सभी भारतीयो को भी सुरक्षित वापस लाने के इंतजाम हो। प्रदेश के नागरिक कोरोना वाइरस के संक्रमण को लेकर चिंतित ना हो। प्रदेश सरकार ने इससे बचाव व रोकथाम को लेकर व्यापक दिशा-निर्देश पूर्व में ही जारी किए हुए है। प्रदेश के सभी अस्पतालों में इसको लेकर विशेष इंतजाम करने के निर्देश जारी किए है।
बुरहानपुर के युवक ने बताया- चीन के कुछ कॉलेज खुले हैं लेकिन बिना मास्क निकलने पर प्रतिबंध
चीन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे बुरहानपुर के दाउदपुरा निवासी युवक ने वाट्सएप कॉलिंग पर परिजन को अपने सही-सलामत होने की बात बताई। युवक ने परिजनों को बताया कि अब्बू-अम्मी यहां सब खैरियत है। मैं चीन की राजधानी बिजिंग से 2000 किमी दूर रहता हूं। यहां कोरोना का ज्यादा असर नहीं है। यहां के अधिकांश स्कूल-काॅलेज खुले हुए हैं। हम मुंह पर मास्क लगाकर कॉलेज आते-जाते हैं। दिनभर पढ़ाई के बाद घर लौटकर रूम पर भोजन बनाकर खा रहे हैं। यहां के भीड़-भाड़ वाले इलाकों के सभी होटल, रेस्टोरेंट खाली पड़े हुए हैं। युवक के पांच साल की पढ़ाई में अब सिर्फ चार महीने बचे हैं।
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