संदीप विश्वकर्मा/दिव्य गौरव सिवनी। आदिवासी छात्र-छात्राओ की छात्रवृत्ति में करोड़ों रूपए के घोटाले का आरोपित डिंडौरी के तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके को गिरफ्तार करने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
डिन्डौरी पुलिस अधीक्षक वाहनी सिंह के निर्देशन में आरोपी की गिरफ्तारी के लिए शतत् प्रयास किये जा रहे थे। आखिरकार भोपाल के एक होटल में दबिश देकर आरोपी को पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के विरूद्ध 21 फरवरी 2024 को लोकायुक्त के सख्त निर्देश के बाद मामला दर्ज हुआ था। जिसके बाद से वह लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था। सिवनी में लगभग सवा साल तक कार्यरत रहे सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके के विरुद्ध जब पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था तब वह सिवनी में ही पदस्थ थे और यहीं से फरार हुए थे। पुलिस ने आरोपी अधिकारी को एफआईआर दर्ज होने के पांच महीने बाद गिरफ्तार किया है।
छात्रवृति घोटाले में हुई थी एफआईआर
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले में जनजातीय विभाग के सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके ने साल 2019-21 के दौरान 2 करोड़ 59 लाख से अधिक की आदिवासी छात्र-छात्राओ की छात्रवृति को अपने लालच के चलते हड़प लिया था। इस पुरे मामले को उजागर कलेक्टर विकास मिश्रा के निर्देश पर बनाई गई जिला स्तर की जांच टीम ने किया था।
पांच महीने से था फरार
घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद लोकायुक्त ने संज्ञान लेते हुए 21 फरवरी 2024 को सिटी कोतवाली डिंडौरी में सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया था। इस दौरान वह सिवनी में कार्यरत थे और मामला दर्ज होते ही आरोपी अमर सिंह दफ्तर छोड़कर फरार हो गया था।
भोपाल के होटल से हुआ गिरफ्तार
डिंडौरी पुलिस पिछले पांच महीने से आरोपी सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके को खोज रही थी। इसके लिए पुलिस ने आरोपी को पकड़वाने के लिए 20 हजार के इनाम की घोषणा भी की थी लेकिन इसका कोई सुराग सामने नहीं आया। वहीं बीते शुक्रवार की अलसुबह को डिंडौरी पुलिस के हाथों बड़ी सफलता लगी। पुलिस ने भोपाल के एक होटल से अमर सिंह उईके को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ छात्रवृति योजना के पैसों के गबन करने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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