Tuesday, 4 February 2020

लोकसभा / कैथोलिक चर्च के दावे के बाद केंद्र का जवाब- मौजूदा कानून में "लव जिहाद" की कोई परिभाषा नहीं, ऐसा कोई केस नहीं आया


  • केरल के सायरो-मालाबार चर्च ने जनवरी में कहा था- क्रिश्चियन लड़कियों को लव जिहाद के नाम पर निशाना बनाया जा रहा

  • राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने चर्च के आरोपों पर केरल पुलिस से जवाब मांगा, केरल के मंत्री ने कहा- आरोप निराधार हैं

    नई दिल्ली. लव जिहाद के मामले पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने मंगलवार को लोकसभा में स्पष्टीकरण दिया। रेड्डी ने कहा कि मौजूदा कानून में "लव जिहाद' जैसे शब्द की कोई परिभाषा नहीं है और न ही किसी केंद्रीय एजेंसी ने ऐसे किसी केस की जानकारी दी है। केरल के कांग्रेस सांसद बेन्नी बेहनान ने सवाल किया था कि क्या पिछले दो साल में केंद्रीय एजेंसियों के पास लव जिहाद का कोई केस आया है? पिछले महीने केरल के एक कैथोलिक चर्च ने दावा किया था कि लव जिहाद वास्तविकता है।


    अलग धर्मों के बीच शादियों के 2 मामलों की जांच जारी
    जी किशन रेड्डी ने कहा, "संविधान का अनुच्छेद 25 धर्म के पालन, उसे स्वीकार करने और उसके प्रचार की आजादी देता है, यह सामाजिक दर्जे, नैतिकता और स्वास्थ्य से जुड़ा है। कई अदालतों ने भी इस नजरिये को कायम रखा है और केरल हाईकोर्ट ने भी इसी बात को माना है।' हालांकि, मंत्री ने यह जरूर कहा कि केरल में अलग-अलग धर्मों के बीच हुई शादियों के दो मामलों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है।


    अलग धर्मों के बीच शादियों के 2 मामलों की जांच जारी
    जी किशन रेड्डी ने कहा, "संविधान का अनुच्छेद 25 धर्म के पालन, उसे स्वीकार करने और उसके प्रचार की आजादी देता है, यह सामाजिक दर्जे, नैतिकता और स्वास्थ्य से जुड़ा है। कई अदालतों ने भी इस नजरिये को कायम रखा है और केरल हाईकोर्ट ने भी इसी बात को माना है।' हालांकि, मंत्री ने यह जरूर कहा कि केरल में अलग-अलग धर्मों के बीच हुई शादियों के दो मामलों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है।


    केरल के चर्च ने कहा था- लव जिहाद सामाजिक समरसता के लिए खतरा
    केरल में सायरो-मालाबार चर्च ने पिछले महीने दावा किया था कि केरल में क्रिश्चियन लड़कियों को लव जिहाद के नाम पर निशाना बनाया जा रहा है और उनकी हत्याएं की जा रही हैं। यह चिंता का विषय है और केरल में बढ़ता लव जिहाद सामाजिक समरसता और शांति के लिए खतरा है। लव जिहाद वास्तविकता है और क्रश्चियन लड़कियों को इस्लामिक स्टेट के जाल में फंसाया जा रहा है। उनसे आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिलवाया जा रहा है।


    चर्च के दावे पर क्या प्रतिक्रियाएं आईंकेरल सरकार: राज्य के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने कहा- चर्च के आरोपों में कोई भी तथ्य नहीं है। इस तरह के आरोप पहले भी लगाए गए थे, लेकिन सरकारी जांच में इनमें कोई सच्चाई नहीं निकली।
    केरल महिला आयोग: राज्य के महिला आयोग ने इस मामले में कोई भी प्रतिक्रिया देने से यह कहकर इनकार कर दिया कि यह बेहद संवेदनशील है।
    पीएफआई: मुस्लिम संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने चर्च के बयान की "टाइमिंग' पर सवाल उठाए हैं। संगठन ने कहा कि इस बयान को तुरंत वापस लेना चाहिए, क्योंकि यह हिंदुत्व फासीवाद के खिलाफ एकजुट हो रहे समाज के विभिन्न वर्गों में दूरियां पैदा करेगा।
    विहिप: विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि केरल के चर्च के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य में लव जिहाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का समय आ गया है।




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