Saturday, 1 February 2020

कोरोनावायरस / भारतीयों को एयरलिफ्ट करने के लिए एयर इंडिया का विमान वुहान पहुंचा; लौटने वालों को एहतियातन 14 दिनों तक शिविरों में रखा जाएगा


  • भारतीय सेना ने हरियाणा के मानेसर में 300 लोगों की क्षमता वाला शिविर तैयार किया है; लौटने वाले डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे

  • भारत समेत 21 देशों में संक्रमण; चीन में अब तक 9692 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई, हुबेई प्रांत में सबसे ज्यादा 204 मौत हुईं




बीजिंग/जेनेवा. चीन केवुहान में फंसे भारतीयों को वापस भारत लाने के लिएशुक्रवार कोदिल्ली एयरपोर्ट से एक विमान वुहान पहुंचा।स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेष सचिव संजीव कुमार ने बताया कि चीन से 366 लोग शनिवार तड़के भारत पहुंचेंगे।उन्हें एहतियातन 14 दिनों तक दिल्ली के छावला में स्थित आईटीबीपी सेंटर में रखा जाएगा। वहीं, सफदरजंग अस्पताल में भी गंभीर रूप से बीमार मरीजोंके लिए अलग से 50बेड का इंतजाम किया गया है।


हरियाणा के मानेसर में भी चीन से लौटने वाले भारतीयों के लिए सेना ने एकशिविर बनाया है, जिसमें करीब 300 लोगों को रखा जा सकता है। सभी लोग डॉक्टरों की टीम और स्टाफ की निगरानी में रहेंगे।


सेना की टीमें लौटने वाले छात्रों की स्क्रीनिंग करेगी


भारतीय सेना के मुताबिक, वुहान से लाए गए सभी भारतीय छात्रों की एयरपोर्ट पर आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विसेज (एएफएमएस) और एयरपोर्ट हेल्थ अथॉरिटी की संयुक्त टीम द्वारा स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद उन्हेंमानेसर के शिविर ले जाया जाएगा। कोरोनावायरस से संक्रमित होने पर मरीज कोदिल्ली कैंट के बेस अस्पतालमें भर्ती किया जाएगा।


विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार कोग्लोबल इमरजेंसीकी घोषणा कर दी। हालांकि, चीन की यात्रा और किसी भी प्रकार के व्यापार पर रोक नहीं लगाई गई। चीन में कोरोनावायरस से अब तक मृतकों की संख्या 213 तकपहुंच चुकी है। वहीं, 9692 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। हुबेई प्रांत मेंसबसे ज्यादा 204 मौत हुईं और यहां 5806 लोगों में वायरस की पुष्टिहुई।


भारत समेत 21 देशों मेंसंक्रमण फैला


डब्ल्यूएचओके मुताबिक, भारत समेत 21 देशों में कोरोनावायरस संक्रमण के 100 मामले सामने आए हैं। इनमें चीन, हॉन्गकॉन्ग, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, भारत, श्रीलंका, नेपाल, थाइलैंड, मलेशिया, कंबोडिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, ताइवान, मकाऊ, वियतनाम, यूएई, रूस और ब्रिटेन शामिल हैं। डब्ल्यूएचओके प्रमुख टेड्रोस एडनोम गेब्रियेसिस ने कहा कि सबसे बड़ी चिंता यह है कि वायरस सबसे खराब स्वास्थ्य सुविधाओं वाले देशों में न फैले। उधर, चीन का कहना है कि वह वायरस के खिलाफ लड़ने में पूरी तरह सक्षम है।


विमान यात्रियों के साथ शनिवार को वापस आएगाः अश्विनी लोहानी


एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक अश्विनी लोहानी ने कहा था, “चीन के वुहान में फंसे करीब 400 भारतीयों को एयर इंडिया कीफ्लाइट से वापस लायाजाएगा। विमानशनिवार तड़के3बजे वापस आएगा। सभी लोगों के भारत आने के बाद विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय आगे की कार्रवाई करेगा।” रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लाइट में 5 डॉक्टरों की एक टीम भी मौजूद रहेगी।


क्या है ग्लोबल इमरजेंसी?
ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किए जाने के बाद वायरस से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर प्रयास तेज किएजाएंगे। वायरस ज्यादा देशों में न फैले, इसलिए डब्ल्यूएचओ सभी देशों के साथ समन्वय करआगे की रणनीति पर काम करेगा। डब्ल्यूएचओ ने अब तक 6 बार ग्लोबल इमरजेंसी की घोषणा कीहै।2007 में चीन मेंसीवियरएक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम(सार्स) के फैलने के बाद पहली बार ग्लोबल इमरजेंसी घोषित की गई थी। इसके बाद 2009 में स्वाइन फ्लू के कारण, 2014 में पोलियो, 2014 और 2019 में इबोला और 2016 में जीका वायरस के फैलने के बाद इसकी घोषणा की गई।


भोपाल में एक और इंदौरमें दो संदिग्ध मरीज मिले


भारत में कोरोनावायरस का पहला मामला केरल में मिला था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि केरल की एक छात्रा वुहान यूनिवर्सिटी से पढ़कर देश लौटी थी। वहीं, भोपाल एम्स में भी एक संदिग्ध मामला पाया गया। उसे इलाज के लिए एम्स के मेडिसिन डिपार्टमेंट में रखा गया है। इसके अलावा गुरुवार शाम को इंदौर के महाराजा यशवंतराव होलकर अस्पताल में दो संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया है। ये दोनों छात्र हैं, जो चीन से हाल ही में लौटे हैं। इनके खून केनमूनों की जांच के लिए सैम्पल पुणे स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए हैं।गुरुवार को कोरोनावायरस सेमलेशिया में त्रिपुरा के एक व्यक्ति की मौत हो गई।


मध्य प्रदेश के तीन छात्र चीन में फंसे


मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चीन में फंसे खरगोन के तीन छात्रों को वापस भारत लाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की है। तीनों छात्र शुभम गुप्ता, मतीन खान और राकेश नायक चीन के शियान, हुबेई और हंजू प्रांत में फंसे हुए हैं। शुभम की मां ने बताया कि बेटा एक हफ्ते से कमरे में बंद है। वह वहां दो साल से रह रहा है। तीनों ने वीडियो कॉल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चीन से निकालने की अपील की।




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